सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के कर्मचारियों को मिले पुनरीक्षित वेतन

शिक्षकों को लगभग 2 वर्षों से मिल रहा है लाभ, शिक्षकेत्तर कर्मचारी लाभ से वंचित: राजद

डॉ. मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उठाई मांग

रांची: झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर राज्य के सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के कर्मचारियों को सांतवा पुनरीक्षित वेतनमान देने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को यह लाभ शीघ्र दिया जाना चाहिए।

अपने पत्र में डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकों को सातवें पुनरीक्षित वेतनमान का लाभ लगभग पिछले 2 वर्षों से प्राप्त हो रहा है, जबकि दूसरी ओर उसी संस्था में काम करने वाले शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को इस लाभ से वंचित रखा गया है। यह अनुचित है।

उन्होंने कहा कि सातवें वेतनमान का लाभ जनवरी 2016 से देय है। आज वेतन पुनरीक्षण के 6 वर्ष पूरे होने के बावजूद विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के लाभ से वंचित रखा गया है, जिससे कर्मचारियों को भारी वित्तीय संकट से जूझना पड़ रहा है। सातवें वेतनमान की आशा में कई कर्मचारियों की मौत हो गई एवं कई सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि यह अत्यंत गंभीर एवं संवेदनशील मामला है, जिसका निराकरण अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि उपरोक्त वर्णित समस्याओं पर गंभीरता एवं संवेदनशीलता पूर्वक विचार करते हुए यथाशीघ्र सातवां वेतनमान देने की कृपा करें।

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