कंपनियों के मन की बात नहीं, मजदूरों के हक की बात करे मोदी सरकार: मनोज भक्त
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर निकाली विशाल रैली
रांची: हर जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है, कंपनियों से यारी और मजदूरों से गद्दारी नहीं चलेगी, दुनिया के मजदूरों एक हो, हम मजदूर हैं भाई-भाई, लड़कर लेंगे पाई-पाई के जोरदार नारों के साथ अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर ऐक्टू और झारखंड निर्माण मजदूर यूनियन ने मजदूर अधिकार रैली निकाली।
मजदूर अधिकार रैली राज्य कार्यालय मेन रोड से शुरू होकर अल्बर्ट एक्का चौक होते हुए जिला स्कूल के मैदान पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। मजदूर अधिकार सभा के पूर्व सर्वप्रथम मई दिवस के अमर शहीदों को एक मिनट का मौन श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
मजदूर अधिकार सभा को ऐक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदु सेन ने संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका जैसे विकसित पूंजीवादी गढ़ से मजदूरों का आक्रोश तूफान बनकर उठा और पूरी दुनिया को मजदूरों के हक में कानून बनाना पड़ा। मोदी सरकार पूंजीवादी देशों की नकल करने के बजाय मजदूरों और किसानो के हित के अनुरूप कानून बनाएं।
उन्होंने कहा कि मजदूर किसानों की देशव्यापी आम हड़ताल और किसानो की लंबी लड़ाई के साफ है कि पूंजीपतियों की जितनी भी तरफदारी कर ली जाए, इस बार भी पूंजीवाद के गर्भ से ही समाजवाद पैदा होगा।
मजदूर दिवस के मौके पर उपस्थित भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भक्त ने राज्य मजदूर कर्मचारियों को मई दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि मजदूर बुलडोजर वाली सत्ता से भी अधिक सर्वशक्तिमान है। अगर चाह ले, तो संविधान पर बुलडोजर चलाने वाली सत्ता का भी तख्ता पलट सकती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को यह बताना चाहिए कि सबका साथ सबका विकास वाली सरकार मे सिर्फ कंपनियों और सरकार के चहेतों की ही संपति क्यों बढ़ रही है। कंपनियों की मन की बात छोड़ें और मजदूरों के हक की बात करें। मजदूरों की एकता साझी विरासत है, इसे आगे बढ़ाएं।
निर्माण मजदूर यूनियन के महासचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के 4 कोड मजदूरों की गुलामी की दस्तावेज हैं। देश के मजदूर और किसानों ने लंबे संघर्षों से अपना अधिकार पाया है। इसे यूं ही एक झटके में हड़पने नहीं देंगे।
सभा की अध्यक्षता भीम साहू ने की जबकि धन्यवाद ज्ञापन मजदूर नेता और आंदिलनकारी पुष्कर महतो ने किया। मजदूर आधिकार सभा को संतोष मुंडा, नन्दिता भट्टाचार्य, नेहा पुष्कर, मंटू तांती, एनामुल हक, काली मिंज, बिनोद पंडित, सीमा कोरिया, वीना टोप्पो, राजेश कुजुर, सधनी मुंडा, समर सिन्हा आदि ने से संबोधित किया।
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