टाटा स्टील प्लांट की दुर्घटना आपराधिक लापरवाही की देन: ऐक्टू

टिस्को प्रबंधन पर मजदूरों की जान की कीमत पर मुनाफा कमाने का आरोप

हादसे में घायलों को 20-20 लाख के मुआवजे की मांग

रांची: ऐक्टू ने कहा है कि टाटा स्टील प्लांट में शनिवार को हुआ विस्फोट आपराधिक लापरवाही का परिणाम है। ऐक्टू ने टिस्को प्रबंधन पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल मुनाफा बटोरने के लिए मजदूरों के सुरक्षा मानकों की घोर अवहेलना कर रहा है।

ऐक्टू के महासचिव शुभेंदु सेन और झारखंड सचिव भुवनेश्वर केवट ने एक साझा बयान जारी कर कहा कि यह दुर्घटना पूरी तरह से आपराधिक लापरवाही की देन है। यह विस्फोट की घटना स्वाभाविक नहीं, बल्कि आपराधिक लापरवाही का परिणाम है।

उन्होंने कहा कि टिस्को प्रबंधन को केवल अपने मुनाफे से मतलब है, इसीलिए वह मजदूरों के लिए निर्धारित सुरक्षा मानकों की घोर अवहेलना कर रहा है। इस दुर्घटना के लिए पूरी तरह से टिस्को प्रबंधन जिम्मेदार है। उन्होंने घायल मजदूरों की समुचित चिकित्सा के साथ ही उनके जीवन निर्वहन के उपायों की गारंटी देने की मांग की।

ऐक्टू की ओर से उन्होंने झारखंड सरकार मांग की है कि मजदूरों की जान की कीमर पर कंपनी में उत्पादन का काम बंद करवाया जाए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य के कारखानों तथा खदानों में दुर्घटनाओं तथा ऐसी घटनाओं में मजदूरों की मौत जैसी घटनाएं बढ़ी हैं। इस विषय पर तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए।

उन्होंने खराब और पुराने उपकरणों तथा संसाधनों की नियमित जांच किए बिना लापरवाही बरतने वाली कंपनियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए टाटा स्टील प्लांट हादसे में घायल लोगों को 20-20 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग भी की।

(स्रोत: विशेष मीडिया सर्विस - भारत)

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