झामुमो के घोषणा-पत्र में गलती से 24 घंटे बिजली छप गया था: प्रतुल शाहदेव
बिजली संकट पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
रांची: चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि शहर ही नहीं, बल्कि गांवों में भी 24 घंटे बिजली की आपूर्ति होती रहेगी। यही बात झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने घोषणा-पत्र में भी लिखी थी। लेकिन आज पूरे झारखंड में बिजली संकट की जो भयावह स्थिति है, उसे देखते हुए लगता है कि झामुमो के घोषणा-पत्र में मिस-प्रिंटिंग हो गई थी तथा 2 और 4 के बीच लगने वाला डैश (-) छूट गया था। इसीलिए वह 2-4 घंटे के बजाय 24 घंटे दिख रहा था।
इन बातों के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने हेमंत सरकार बड़ा हमला बोला है। राजधानी रांची सहित पूरे झारखंड में चल रहे गंभीर बिजली संकट को लेकर एक विशेष वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि वास्तव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी राज्य की जनता को मात्र 2 या 4 घंटे ही बिजली देना चाहती थी, लेकिन घोषणा-पत्र में वह गलती से 24 घंटे छप गया था।
उन्होंने कहा कि गांवों की बात तो दूर, इस समय राजधानी रांची सहित पूरे झारखंड के शहरों की जो स्थिति है, उसमें बिजली की आपूर्ति भी मात्र 2-4 घंटे ही हो रही है। इस समय प्रचंड गर्मी चल रही है, लेकिन झारखंड की हेमंत सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हेमंत सरकार ने एडवांस देने की बात कहते हुए दावा किया था कि अब बिजली की निर्बाध आपूर्ति होती रहेगी। परंतु अभी तक यह समझ ही नहीं आ रहा है कि सरकार ने यह एडवांस किसको दिया है और बिजली की निर्बाध आपूर्ति कहां हो रही है।
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार का दावा या वादा अभी भी प्रदेश के लोगों की समझ से परे है। इस समय भीषण गर्मी और बिजली की कटौती को लेकर पूरे प्रदेश की जनता हलकान हो रही है। राज्य सरकार को तत्काल जनता को इस बिजली संकट से निजात दिलानी चाहिए।
(स्रोत: विशेष मीडिया)
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